Ruslaan Hindi Review : रॉ एजेंट, सीक्रेट एजेंट, स्पाय के बारे में अगर जानना हो तो जरूरी नहीं की किताबें पढ़ी जाएं। पिछले कुछ सालों में इन पर बनी ढेर सारी फिल्में भी देख सकते हैं।
इन्हीं फिल्मों की लिस्ट में ताजा नाम जुड़ा है सलमान भाई के जीजा यानी Aayush Sharma की नई फिल्म Ruslaan का।
Ruslaan Hindi Review
एक और रॉ एजेंट
फिल्म का हीरो Ruslaan है। जो कॉलेज स्टूडेंट्स को गिटार बजाना सिखाता है। गिटार बजाने से घर तो चल जाता है, लेकिन रुसलान को अपने माथे पर लगा वो दाग भी तो धोना है जो बचपन से लगा है।
Ruslaan एक टेररिस्ट का बेटा है, जिसका एनकाउंटर हो चुका। एनकाउंटर करने वाले पुलिस वाले ने ही रूसलान को गोद ले लिया। अब रूसलान ये साबित करना चाहता है कि वो अपने पिता की तरह देश का गद्दार नहीं है।
ऐसे में वो रॉ में कॉन्ट्रैक्ट एजेंट का तौर पर भी काम करता है। मिशन करते-करते Ruslaan पर आतंकवादी होने का आरोप लग जाता है। खुद बचाने में फिल्म क्लाइमेक्स तक पहुंचती है।
Ruslaan Hindi Review
भाईजान यूनिवर्स की फिल्म
Ruslaan के यूनिवर्स को समझने के लिए आपको सलमान खान की बीते एक दशक की फिल्मोग्राफी देखनी होगी। उन फिल्मों की बात हो रही है जिनमें बहुत सारा गैर लॉजिकल एक्शन, मसाला, बहुत कम फिजिक्स और थोड़ा नाच गाना शामिल होता था। आयुष शर्मा की ये फिल्म भी इसी जॉनर की है।
You May Also Like – Ranneeti Hindi Review : बालाकोट एयर स्ट्राइक पर एक और कहानी
बॉलीवुड में एक दौर था जब इस तरह की फिल्मों पर ऑडियंस करोड़ों लुटा देती थी। लेकिन अब ऐसी कहानियों के लिए दर्शक ढूंढना मुश्किल काम है क्योंकि हिंदी मूवी चैनल्स पर ऐसी फिल्में रोज डब्ड करके परोसी जा रही हैं।
Ruslaan Hindi Review
सिर्फ एक्शन से काम नहीं चलेगा
Ruslaan एक से ज्यादा प्लॉट बिल्ड करती है जिसमें से कुछ इंटरेस्टिंग भी लगते है लेकिन फिल्म इनमें से किसी एक पर भी मजबूती से नहीं टिकती है। जिससे स्क्रीनप्ले फैला हुआ रायता जैसा लगता है।
फिल्म को दो टुकड़ो में बांटकर देखेंगे तो कम दिमाग खर्च करना होगा। पहला हिस्सा में एक्शन सीक्वेंस को रखा जा सकता है। वहीं दूसरे में आएगा ड्रामा। ड्रामा वाला पार्ट सुस्त और बोरिंग है।
लेकिन एक्शन आपको कुछ देर तक बांध कर रख सकता है। अगर एक्शन तो जस्टिफाई करने के लिए कहानी अच्छी होती तो बात बन सकती थी। कहानी देखी दिखाई और प्रिडिक्टेबल है।
Ruslaan Hindi Review
कम से कम दुश्मन तो बदला
Ruslaan को Karan Lalit Bhutani ने डायरेक्ट किया है। ये उनकी पहली फिल्म है इससे पहले वे Paan Singh Tomar में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम कर चुके हैं।
उनका डायरेक्शन अच्छा है, मेहनत नजर आती है। फिल्म लॉन्ग लास्टिंग इंपैक्ट तो नहीं छोड़ पाती लेकिन एक्शन और स्टंट की सिनेमेटोग्राफी इसका पॉजिटिव है।
You May Also Like – Dil Dosti Dilemma Review : ऑडियंस के लिए दोस्त या डिलेमा ?
फिल्म का एक स्ट्रॉन्ग ये भी है कि इस बार दुश्मन पाकिस्तान नहीं बल्कि चीन है। ऐसी फिल्मों के लिहाज से ये अच्छा चेंज है।
Ruslaan की एंडिंग ऑडियंस के लिए सुकून भरी होगी लेकिन उससे ठीक पहले आने वाला ट्विस्ट कुछ देर के लिए होल्ड कर सकता है।
Ruslaan Hindi Review
एक्टिंग में एक्सप्रेशन की कमी
लीड कास्ट की एक्टिंग फिल्म का लेवल नीचे ले जाने का काम करती है। Aayush Sharma एक्शन करते तो सही लगे हैं लेकिन एक्सप्रेशन्स में वे मात खा जाते हैं। आयुष को देखकर लगता है कि इंडस्ट्री को Tiger Shroff और Vidyut Jamwal जैसा एक और एक्टर मिल गया है।
डेब्यू एक्ट्रेस Sushrii Misraa का हाल भी काफी हद आयुष जैसा ही रहा है, उनके एक्सप्रेशन ढूंढने में भी मेहनत करनी पड़ती है। जबकि Jagapathi Babu और Vidya Malavade ने बताया है कि एक्टिंग कैसे की जाती है।
इस फिल्म के लिए थियेटर में जाने से बेहतर है घर पे बैठ कर दो चार साउथ इंडियन फिल्में निपटा दें। बाकी आईपीएल तो चल ही रहा है।