Maharaja Hindi Review : कुछ दिनों में या कुछ महीनों में, दक्षिण भारतीय भाषा की एक ऐसी मूवी आती है जिसे देखकर लोग कहते हैं कि वो फिल्म देखी क्या? नहीं देखी! देखनी चाहिए। विजय सेतुपति की महाराजा ऐसी ही फिल्म है। ट्रेलर यहां देखें

Maharaja Hindi Review : कन्टेंट ही किंग वाला मामला है

फिल्म चेन्नई से शुरू होती है। जहां महाराजा नाम का एक नाई रहता है। पत्नी की एक हादसे में मौत हो चुकी है तो अब बच्ची के साथ रहता है। सिम्पल लाइफ है, सुबह सैलून जाता है और शाम को लौटता है।

बस एक ही ख्वाहिश बच्ची के हर सपने पूरा करना। बच्ची भी होनहार और स्पोर्ट्स में अव्वल। महाराजा की दो चीजें एक गुस्सा, दूसरा पकड़। इन पर कोई पार नहीं पा सकता। 

Maharaja Hindi Review : कहानी में Twist

फिर एक रोज रूटीन लाइफ में खलल पड़ता है और एक गैंग उसके घर में घुसकर एक डस्टबिन चुरा ले जाती है। डस्टबिन खास इसलिए है क्योंकि जिस हादसे में महाराजा की पत्नी की मौत हुई उसी हादसे में इस डस्टबिन के कारण बच्ची की जान बच गई थी।

चोरी के बाद महाराजा थाने पहुंचता है और पुलिस से डस्टबिन ढूंढने को कहता है। यहां तक कि डस्टबिन ढूंढने के लिए 7 लाख रुपए की रिश्वत तक दे देता है। इससे पुलिस को शक होता है कि डस्टबिन के पीछे जरूर कुछ तो कहानी है। 

सवाल तो आपके मन भी उठ रहा होगा। पर्दे के पीछे छिपी है एक कहानी, जो शायद अन-एक्सपेक्टेड है। अंदाजा लगाने में ना पड़ें जाकर फिल्म देखें। 

Maharaja Hindi Review : हर मिनट का हिसाब

फिल्म एकदम रॉ ट्रीटमेंट के साथ शुरू होती है, एकदम सिंपल आदमी की कहानी की तरह। ऐसे में महाराजा इतने खतरनाक अंत के साथ खत्म होगी इसे प्रिडिक्ट करना बहुत मुश्किल काम है। 

फिल्म की सराउंडिंग अच्छी है। कैरेक्टर्स की भीड़ नहीं है। जो हैं, जितने भी हैं, जस्टिफाई करने वाले हैं। मूवी कुछ जगह थोड़ी स्लो है लेकिन अपने हर मिनट का हिसाब देती है। 

स्क्रीनप्ले थोड़ा मिस्टीरियस है। कहानी कब फ्लैशबैक में जा रही है कब प्रजेंट में हैं, ये बस विजय सेतुपति की दाढ़ी का रंग देखकर ही पता चल सकता है। 

Maharaja Hindi Review : तगड़ा वाला एक्शन भी

कहानी, Maharaja का एक्स फैक्टर है, इसमें कोई डाउट ही नहीं है। लेकिन एक्शन सीक्वेंस में भी फिल्म कमजोर नहीं दिखती। फिल्म का एक्शन ट्रीटमेंट मास एंटरटेनमेंट लेवल का है, फिर चाहे कहानी सोशल मैसेज और फैमिली ऑडियंस के तरफ झुकाव क्यों ना रखती हो। 

Nithilan Saminathan फिल्म के राइटर और डायरेक्टर हैं। उन्होंने जिस सही ढंग से Maharaja को परोसा है उनकी तारीफ तो बनती है। बैकग्राउंड म्यूजिक भी बढ़िया है। 

Maharaja Hindi Review : अब एक्टिंग पर बात

बात एक्टिंग की. Vijay Sethupathi फिल्म के लीड कैरेक्टर हैं। उनके किरदार के दो टुकड़े हैं। एक हिस्सा है जो थाने के भीतर पुलिस वालों का थप्पड़ खाता है और अपने केस के लिए उनसे भीख मांगता है। 

दूसरा है बदले वाला शेड, जो इतना क्रूर है कि बिना किसी झिझक के किसी भी इंसान की गर्दन तक उतार ले। आपको कौन सा पसंद है वो मेकर्स ने आप पर छोड़ा है। 

दूसरी तरफ अनुराग कश्यप हैं। जो बताते हैं कि वे केवल डायरेक्टर के तौर पर गैंगस्टर बना भर नहीं सकते। बल्कि अपनी एक्टिंग से उन्हें स्क्रीन पर उतार भी सकते हैं। मतलब एकदम टक्कर के विलेन हैं। 

इन दोनों के अलावा महाराजा की बेटी, पुलिस इंस्पेक्टर एंड टीम, फिजिकल एजुकेशन वाली टीचर, सेल्वम की गैंग के सभी मेंबर्स और उसकी पत्नी सबकी एक्टिंग बढ़िया हैं। 

महाराजा देखनी चाहिए इसके बजाय ये कहना बेहतर होगा कि महाराजा देखना ही चाहिए।

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Haseen Dillruba Review : हसीन दिलरूबा की मिस्टीरियस और फरेबी कहानी 

Haseen Dillruba Review

पंडित जी अपनी किताब में लिखते हैं- अमर प्रेम वही है जिसपे खून के हल्के हल्के से छींटे हों ताकि उसे बुरी नजर ना लगे।

फिल्म ‘हसीन दिलरूबा’  की कहानी को कम से कम शब्दों में कहा जाना हो तो यह संवाद काफी है। कहानी में प्रेम और बुरी नजर वाले कॉन्सेप्ट को खून के छींटों के साथ परोसा गया है जो मर्डर मिस्ट्री के साथ सस्पेंस थ्रिलर का भी भरपूर जायका देती है। 

अगर आप रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या फुटपाथिया बुक स्टोर पर बिकने वाले काले पन्नों वाले उपन्यास पढ़ने के शौकीन हैं। तो इस कहानी का भ्रमजाल आपके लिए है। यदि आप ऐसे उपन्यास नहीं पढ़ते तो यह कहानी आपको ये उपन्यास पढ़ने के लिए रुचि जगा सकती है। पूरा रिव्यू पढ़ें…

Kalki Hindi Review : दमदार VFX के साथ दिमागदार कहानी

Kalki Hindi Review

महाभारत देखी है? अरे! बीआर चोपड़ा वाली। नहीं देखी। वही महाभारत जो हस्तिनापुर से शुरू होकर कुरुक्षेत्र के युद्ध पर खत्म होती है, लेकिन कुरुक्षेत्र के आगे क्या हुआ? बस इसी का जवाब है फिल्म Kalki 2898 AD.

फिल्म 27 जून से थियेटर में है। इसमें आप अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण और प्रभास को एक साथ अभिनय करते देख सकते हैं।

महाभारत की एक कहानी है, अश्वत्थामा ने पांडवों से हार का बदला लेने और उनका वंश खत्म करने के लिए अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ मे पल रहे आखिरी पांडव वंशज को मारने का कोशिश की। जब इस बात का पता श्रीकृष्ण को चला तो उन्होंने अश्वत्थामा की मणि छीन कर उसे कलयुग तक भटकते रहने का श्राप दे दिया।

Kalki 2898 AD ठीक इसी कहानी के बाद शुरू होती है। जिसका कैलेंडर आज से करीब 900 साल आगे का है। दुनिया खत्म होने की कगार पर है। पानी और पौधे गायब हैं। पूरा रिव्यू पढ़ें…

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