Aavesham Hindi Review : इन दिनों एक रील वायरल है, जिसमें एक्टर Fahadh Faasil, 3 नई उम्र के लड़कों के साथ किसी पार्टी में नाच रहे हैं। इनमें से एक लड़का सेल्फी खींचने के लिए फोन निकालता है तभी उसकी मां का कॉल आ जाता है। वो कॉल इग्नोर करता है लेकिन Fahadh Faasil पार्टी रोककर उसे कॉल अटेंड करने को कहते हैं।

मां के एक फोन की अहमियत को दर्शाता सीन महज एक रील नहीं बल्कि मलयालम भाषा की फिल्म Aavesham का एक सीन है। (Aavesham Trailer Watch Here)

Aavesham Hindi Review

कॉलेज गैंगवॉर से गैंगस्टर तक की कहानी

Aavesham की शुरूआत होती है बेंगलुरु के एक कॉलेज से। हां वही RCB वाला शहर। इस कॉलेज में एयरोनॉटिक्स इंजीनियरिंग पढ़ने एक नया बैच आया है।

कॉलेज है नये लड़के हैं तो नये नये सीनियर भी होंगे और सीनियर हैं तो फिर रैगिंग का होना भी लाजमी है। नये लड़के रैगिंग से बचकर निकलने की कोशिश करते हैं लेकिन जैसे-तैसे सीनियर्स के हत्थे चढ़ जाते हैं। फिर क्या डायरेक्टर करीब 5-10 मिनट रिजर्व किए हैं इस दौरान तसल्ली से उनकी पिटाई दिखाई जाती है।

पिटाई है तो बेइज्जती भी है और फिर बदला भी। इसी बदले के लिए पीटे गए तीन लौंडे अजू, बीबी और साथंन लोकल सपोर्ट की तलाश में निकल पड़ते हैं।

इस दौरान तीनों की मुलाकात एक लोकल गैंगस्टर रंगा से होती है। फिर शुरू होता स्टूडेंट लाइफ में एडवेंचर्स।

Aavesham Hindi Review

मास मेकिंग सॉलिड है

Aavesham कॉलेज लाइफ के साथ शुरू होती है। पहले 10-15 मिनट फिल्म यंग एज ड्रामा लगती है। कुट्टी की एंट्री के साथ माहौल बदलता है। लेकिन पहले आधे घंटे तक फिल्म अपने मैन कैरेक्टर को इंट्रोड्यूस ही नहीं करती बल्कि उसके लिए केवल माहौल तैयार करती है।

आधे घंटे के बाद Fahadh Faasil की एंट्री होती है और अगले 15-20 मिनट बिल्ड अप में निकल जाते हैं। इतने लंबे इंट्रो और बिल्ड अप के बाद भी Aavesham कहीं भी बोरिंग या कमजोर नहीं लगती।

Aavesham Hindi Review

दूसरा हाफ थोड़ा सा कमजोर है

50वें मिनट के आसपास से फिल्म का इंटरवल ब्लॉक शुरु हो जाता है जो मेरे हिसाब से Aavesham का शायद सबसे बेहतरीन एक्शन सीक्वेंस है।

दूसरे हाफ में जाकर कहानी स्लो पड़ती है लेकिन यहां से कॉलेज लाइफ का लाइटपना कमजोर पड़ता है और गैंगस्टर वाला कलेवर ज्यादा दिखता है। कहानी इसी हाल में क्लाइमेक्स तक पहुंचती है।

Aavesham Hindi Review

क्या म्यूजिक है

Aavesham का BGM और साउंड इफेक्ट इसे देखने की कुछ वजहों में से एक है। सॉलिड म्यूजिक को एंट्री और फाइट सीक्वेंस के साथ बहुत बेहतर तरीके से भुनाया ग

या है। जो कैरेक्टर के लिए माहौल बनाने का काम करता है।

कैरेक्टर को मास बनाने में डायरेक्टर Jitu Madhavan काफी मेहनत की है, और ये साबित किया है कि लार्जर दैन लाइफ कैरेक्टर के लिए किसी बड़े एक्टर का होना जरूरी नहीं है। ये बात Kutty के कैरेक्टर जान सकते हैं। Kutty और उसकी गैंग के अराउंड जो Aura क्रिएट किया गया है, थ्रिलिंग है।

Aavesham Hindi Review

Aavesham के एक्शन सीन्स की सिनेमेटोग्राफी भी कमाल की है। कॉलेज और इंटरवल वाला पूरा सीक्वेंस एनर्जेटिक है। एक्शन के अलावा फिल्म इमोशन्स की कोई कमी नहीं है। मां वाले एंगल को हर जगह बारीक से सेटअप किया गया है। क्रिटिकल मोमेंट्स पर आने वाली कॉमिक टाइमिंग भी हंसाती है।

एक्टिंग में Fahadh Faasil ने पूरे फिल्म को अपने अराउंड रखने की कोशिश की है उनका किरदार लिखा भी उसी तरीके से रखा गया है। लेकिन इमोशनल टाइमिंग में वे चूकते नजर आते हैं।

Aavesham Hindi Review

Aju यानी Hipzster, Bibi यानी Mithun Jai Shankar और Shanthan यानी Roshan Shanavas की तिकड़ी ने कमाल कर दिया है। तीनों कैरेक्टर डिफरेंट शेड्स में हैं, जो मजेदार हैं। मुझे Bibi का किरदार पर्सनली पसंद आया।

इनके अलावा Amban के कैरेक्टर में Sajin Gopu और Kutty के किरदार में Midhutty ने सपोर्टिंग रोल में बहुत बेहतरीन काम किया है।

 Aavesham मलयालम भाषा की फिल्म है और Hindi Dubbed अवेलेबल नहीं है लेकिन अगर कंटेंट अच्छा हो और Vibe वाला हो तो किस भाषा में है इससे फर्क नहीं पड़ता।

ये खबर भी पढ़ें…

Chandu Champion Trailer आ गया, असली कहानी यहां पढ़ लीजिए

Chandu Champion Trailer

सवा तीन मिनट लंबे ट्रेलर में कार्तिक आर्यन पूरी तरह नेवर बिफोर अवतार में नजर आ रहा हैं। ट्रेलर की शुरुआत एक्टर विजय राज के वॉयस ऑवर से होती है।

इसके बाद चंदू का बचपन, गांव, आर्मी, बॉक्सिंग फिर 65 की जंग की झलकियां दिखाई जाती हैं। ट्रेलर में भारी भरकम डायलॉग बाजी पर जोर ना देकर साउंड इफेक्ट, एक्सप्रेशन और सॉलिड एक्शन पर जोर दिया गया है। पूरी खबर पढ़ें…

Scam 2010 Story – इस किताब पर बेस्ड होगा स्कैम का तीसरा पार्ट

Scam 2010 Story

तीसरे पार्ट में सहारा ग्रुप के मालिक सुब्रत रॉय सहारा के 24000 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश किया जाएगा। सहारा एक समय पर देश की सबसे बड़ी प्राइवेट कंपनियों में से एक थी। जिसमें लोग अपना पैसा इन्वेस्ट करते थे।

लेकिन 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत रॉय को 24000 करोड़ रुपए निवेशकों को लौटाने को कहा था। इस दौरान सहारा ग्रुप पर चिटफंड की हेर फेर और नकली इन्वेस्टर्स जैसे आरोप लगे थे। पूरी खबर पढ़ें…

Share.

Leave A Reply

Exit mobile version