Kho Gaye Hum Kahan Review in Hindi: एक व्यक्ति एक दिन में करीब 224 बार फोन देखता है। ये मैं नहीं, हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म Kho Gaye Hum Kahan कह रही है। फिल्म रिलीज हुई तो लोगों ने कहा खो गए कहां,  Dil Chahta Hai की याद दिला रही है। वैसे तो जेन जी टाइप मूवी देखने से बचता हूं लेकिन  दिल चाहता है का जिक्र आया तो फिर देखना तो बनता था।

Kho Gaye Hum Kahan Review Hindi

Kho Gaye Hum Kahan तीन दोस्त इमाद, अहाना और नील की कहानी है। तीनों को अलग अलग देखेगें। पहले बात अहाना की। अहाना सीधी सिंपल लाइफ जीती है। कहानी की शुरुआत में उसका एक बॉयफ्रेंड है जो उस पर चीट करता है फिर अहाना रिलेशन, ब्रेकअप और टॉक्सिटी के इल्यूजन में उलझ जाती है। दूसरा नील है जो अटेंशन सीकर है। वह हर बार अपना क्लास अप करने का सोचता है और उसे फिर कोई ना कोई नीचे गिरा देता है। नील की कहानी में यही सिलसिला कई बार चलता है।

Kho Gaye Hum Kahan Review, Story

तीसरी कहानी में इमाद है। इमाद स्टैंड अप कॉमेडियन है, लोगों को हंसाता है लेकिन खुद खुलकर कब हंसा था,मालूम नहीं। वह अपने पास्ट को छुपाते हुए खुद एक दायरे में समेट लेना चाहता है। Kho Gaye Hum Kahan के यही तीन प्लॉट है जिन पर कहानी पहले बिल्ड होती है, उलझती है फिर सुलझती भी है।

Kho Gaye Hum Kahan आज के सोशल मीडिया और शॉर्ट टेंपर रिलेशन और मॉर्डन इश्यूज से डील करती है। अहाना के किरदार से कहानी सिचुएशनशिप और टॉक्सिटी वाले कल्चर को दिखाती है। साथ ही यह भी बताने की कोशिश करती है कि लोग किस तरीके से दिखावे के चक्कर में कुछ भी करने को तैयार है। हालांकि इतना बताते हुए रिश्तों की नाजुकता और इम्पोर्टेंस बताना रह गया।

नील एक जिम ट्रेनर है। जिसके नजरिये से कहानी पैशन ही प्रोफेशन है वाले नैरेटिव को सेट करती है। कैसे अभी की पीढ़ी पिछली पीढ़ी को दरकिनार करती है। इसी प्लॉट में सोशल हेट जैसी चीजें भी हैं। इमाद वाले प्लॉट में सेंसटिविटी भी है और फोकस भी। इसमें ऑनलाइन और बेसलेस रिश्तों को टारगेट किया गया है। कठिन डिक्शनरी को थोड़ा और बोलचाल की भाषा में दिखाया जाता तो मजा आता।

कहानी कुल मिलाकर वैसी नहीं कि आम ऑडियंस भी इससे रिलेट कर पाए। इसे समझने और जानने वाले कुछ लिमिटेड लोग ही हैं, जिनमें ज्यादातर सोशल मीडिया एडिक्ट हो सकते हैं। उन्हें देखनी भी चाहिए। सिनेमाई नजरिए से देखो तो Kho Gaye Hum Kahan का पेस ठीक है। स्क्रीनप्ले और एडिटिंग ज्यादा शार्प है। जबरदस्ती के इंटीमेट सीन्स नजर नहीं आते। म्यूजिक बढ़िया और उसको यूज भी बढ़िया किया गया है।

Kho Gaye Hum Kahan Review, Cast

एक्टिंग की बात करें तो Siddhant Chaturvedi इमाद के किरदार में जम गए हैं। मतलब बढ़िया ढंग उन्होंने किरदार को पकड़ा और स्क्रीन पर रखा है। Adarsh Gourav ने भी अच्छा काम किया है। लेकिन उनके किरदार का स्पेस अन्य दो किरदारों के मुकाबले कम है थोड़ा। Ananya Pandey को लेकर कहा जा रहा की उनकी एक्टिंग सुधरी है। कह सकते हैं कि अब जाकर उनका एक्टिंग का Struggle खत्म हुआ।

बाकी फिल्म ऐसी ही है रिलेट कर पाओ तो देख डालो। 

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मैं सत्यम सिंघई पिछले वर्तमान में दैनिक भास्कर में काम कर रहा हूं। फिल्मों और बिंज वॉचिंग के साथ मैं पिछले 1-2 सालों से सिनेमा पर लगातार लिख रहा हूं।

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