Bhool Bhulaiyaa 3 Hindi Review : दिवाली पर दो फिल्में रिलीज हुईं। फिल्मी गलियारों में इस क्लैश की भारी चर्चा थी। जिस तरीके से दोनों के मेकर्स क्लैश से पीछे हटने को तैयार नहीं हुए, तो लगा कि दोनों फिल्में तगड़ी हो सकती हैं। लेकिन असलियत कुछ और है। 

हॉरर कॉमेडी फ्रेंचाइजी भूल-भुलैया की तीसरी स्टैंड अलोन फिल्म Bhul Bhulaiyaa 3 आ चुकी है। स्टैंड अलोन इसलिए क्योंकि फिल्म पिछली कहानी से जुड़ाव नहीं रखती। ज्यादा कुछ नहीं बस मंजूलिका, हवेली, ताला, दुर्गा अष्टमी, कुछ रीमिक्स गाने और कुछ किरदार बस रिपीट हो रहे हैं। 

Bhool Bhulaiyaa 3 Hindi Review : रूह बाबा Vs मंजूलिका फिर से

फिल्म की कहानी रूह बाबा से शुरू होती है, जो भूत दिखने के नाम पर लोगों को ठग रहा है। इसी बीच उसके पास मीरा और उसके मामा आते हैं, रक्त घाट के भूत को भगाने के लिए एक करोड़ का ऑफर लेकर। रूह बाबा अपने साथी टिल्लू के साथ निकल पड़ते है। 

रक्त घाट के कंगाल राजा की फैमिली पुरानी हवेली बेचकर अपनी गरीबी खत्म करने की फिराक में हैं। लेकिन बीच फिर से मंजूलिका का साया मंडरा रहा है। फिर से मंजूलिका ही है या कोई और है जानने के लिए फिल्म देखनी होगी। 

Bhool Bhulaiyaa 3 Hindi Review : न हंसी है न डर है

भूल भुलैया 3 दावा करती है हॉरर कॉमेडी होने का। लेकिन फिल्म देखकर दोनों को ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। हॉरर है जरूर इस बात कि थिएटर के भीतर फिल्म के साथ ढाई घंटे बिताने हैं। हंसी इस बात पर आती है कि फिल्म पर पैसे खर्च कर दिए। 

फिल्म का पहला आधा घंटा बिल्ड अप करता है। थोड़े-थोड़े से जोक जरूर आते हैं, लेकिन हंसी नहीं आती। पुरानी फिल्मों के रिपीटेशन सीन चलते रहते हैं। Vidya Balan और Madhuri Dixit थोड़ा सा डर लेकर आती जरूर हैं लेकिन ऑडियंस को लगता नहीं है। बिखरे हुए सेटअप के साथ पहला हाफ खत्म होता है। 

दूसरा हाफ माधुरी और विद्या के डांसिंग क्लैश के साथ शुरू होता है। फिर अगले आधे घंटे कहानी दर्शकों को यहां-वहां भटकाती है। फिर आखिरी के आधे घंटे में स्क्रीन पर एक मजबूत क्लाइमेक्स आता है, जो फिल्म सबसे पॉजिटिव पार्ट है। 

Bhool Bhulaiyaa 3 Hindi Review : बनाने से पहले फिल्म लिखनी भी होती है

पहले बात करेंगे कहानी कहां चूकी। स्क्रिप्ट और राइटिंग डायरेक्टर पंचलाइन, सिएचुशनल कॉमेडी को भुनाने में चूक गई है। फिल्म Sanjay Mishra, Rajpal Yadav और Vijay Raaz पर कॉमेडी के लिए डिपेंड करती है, जो बुरी तरह फ्लॉप साबित हुए हैं। 

Bhool Bhulaiyaa 3 Hindi Review

विद्या और माधुरी के कैरेक्टर को लेयर नहीं दी गई है। डायरेक्टर नहीं जानते उनका कहां और कैसे यूज करना है। दोनों के डांस सीक्वेंस से उम्मीदें थीं लेकिन वो भी कुछ खास नहीं है। कुल मिलाकर दोनों एक्ट्रेस टोटल वेस्ट कर दी गई हैं। 

कुल मिलाकर डायरेक्टर के पास कहानी नहीं है। पूरा मसला फिल्म को किसी तरह घसीट कर क्लाइमेक्स तक ले जाने का और ढाई घंटे की दूरी तय करने का है। मेकर्स को फर्क नहीं पड़ता दर्शक इसे कैसे झेल पाएंगे। 

Bhool Bhulaiyaa 3 Hindi Review : क्लाइमेक्स तक रूकना जरूरी है

फिल्म का म्यूजिक भी कुछ खास नहीं है। अमी जे तोमार भी फिल्म के बाकी फिल्मों के लिहाज से कमजोर था लेकिन अंत में सोनू निगम संभाल कर ले गए हैं। फिल्म के स्पेशल इफेक्ट भी ठीक लगे हैं। 

क्लाइमेक्स के अलावा फिल्म का सबसे बड़ा पॉजिटिव कार्तिक आर्यन हैं। हालांकि कैरेक्टर में करने के लिए उनके पास भी कुछ नहीं था। लेकिन क्लाइमेक्स का पूरा क्रेडिट उन्हें जाना चाहिए। तृप्ति डिमरी के होने और न होने से फड़क नहीं पड़ता।

Bhool Bhulaiyaa 3 Hindi Review

Bhool Bhulaiyaa 3 Hindi Review : हेलो पापा… 

डायरेक्टर को चाहिए था कि फिल्म के पहले हाफ में फुल ऑन कॉमेडी होती। क्लाइमेक्स में जोरदार ब्लॉक होता। दूसरा हाफ का ज्यादा फ्लैशबैक में चलता और आखिर में फिल्म का मौजूदा क्लाइमैक्स आता। तो शायद कुछ बात बन सकती थी। 

बाकी इस फिल्म को देखकर को तो ऐसा लगता है… हेलो पापा ! दिवाली क्लैश की तो…

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Singham Again Hindi Review : रामायण का कट-कॉपी-पेस्ट, कॉप यूनिवर्स नहीं खिचड़ी कहिए

Singham Again Hindi Review

। कहानी में दो फ्रेम खुल रहे हैं। एक रामायण वाला जिसे करीना लीड करती हैं। दूसरा शिवा स्क्वॉड हेड अजय देवगन वाला जो देश के बाहर के दुश्मनों से लड़ने वाली टीम के लीडर है। 

अब कहानी में एक तरफ रामायण के इवेंट चल रहे हैं। दूसरी तरफ उन्हीं को दोहराती हुई सिंघम अगेन की कहानी चल रही है। आखिर में कहानी इतनी है कि उधर मां सीता का अपहरण हो गया है, दूसरी तरफ सिंघम की पत्नी अवनी का। आगे की कहानी आप जानते हैं। 

Singham Again के पास कॉप यूनिवर्स के बहुत सारे कैरेक्टर तो थे। लेकिन कहानी नहीं थी। मेकर्स की गलती से नजर रामायण पर पड़ गयी। तुलसीदास जी या वाल्मीकि वाली नहीं बल्कि आदि पुरुष वाली रामायण पर। तो मेकर्स ने वहां से कहानी उठाई और चिपका कर फिल्म बना दी। पूरा रिव्यू पढ़ें…

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