Mirzapur Bonus Review : मुन्ना भैया, ये नाम सुनते ही लोगों के मन में मिर्जापुर और एक्टर Divyendu का पिक्चर घूमने लगता है।
Mirzapur Bonus Review : कतई बोनस छाप एपिसोड
कल के बाद से ये नाम थोड़ा और चर्चा में इसलिए बढ़ गया था क्योंकि Prime Video ने Mirzapur का एक बोनस एपिसोड अनाउंस किया था। इसके टीजर में मुन्ना भैया के किरदार को लेकर झलकियां दिखाई गई थी।
दर्शक उम्मीद लगा रहे थे कि इस एपिसोड से मिर्जापुर की आगे की कहानी की हिंट मिलेगी साथ ही मिर्जापुर में फिर से मुन्ना भैया की वापसी हो जाएगी।
Mirzapur Bonus Review : नैरेटर बने हैं मुन्ना भैया
शुक्रवार को जब बोनस एपिसोड से उम्मीद रखने वाले दर्शकों को एपिसोड देखकर जोरदार झटका लगा है। क्योंकि इसमें कहानी को आगे नहीं बढ़ाया गया बल्कि सीजन 3 के कुछ डिलीटेड सीन्स को कंपाइल करके दिखाया गया।
इन सीन्स के साथ मुन्ना भैया को नैरेटर के तौर पर दिखाया गया है। जो जाने पहचाने अंदाज में सीन्स पर थॉट्स शेयर कर रहे हैं।
Mirzapur Bonus Review : सीजन 3 में नहीं दिखे थे मुन्ना
पहले सीजन में उन्होंने अपने किरदार के साथ ऑडियंस को काफी इम्प्रेस किया था। इस किरदार से ही Divyendu सोशल मीडिया और मीम मार्केट में काफी पॉपुलर हुए।
Abhishek Banerjee के कम्पाउण्डर के किरदार के साथ उनकी जोड़ी काफी जमी थी। दूसरे सीजन में भी उन्हें पसंद किया गया था।
हालांकि दूसरे सीजन के क्लाइमैक्स में उन्हें गुड्डू और कालीन भैया के गैंगवॉर जान गंवानी पड़ी थी। तीसरे सीजन के पहले सीन में उनका अंतिम संस्कार होते हुए दिखाया गया था।
Mirzapur Bonus Review : क्या वापसी करेंगे मुन्ना?
मिर्जापुर का तीसरा सीजन अन्य दो एपिसोड जैसी पॉपुलैरिटी हासिल नहीं कर पाया है। सोशल मीडिया पर सीरीज को काफी ट्रोलिंग देखनी पड़ी। तीसरे सीजन के फीके रिस्पांस के बाद मेकर्स एक बार फिर मुन्ना भैया के किरदार की वापसी पर विचार कर सकते हैं।
गुड्डू और कालीन भैया के अलावा और कोई स्ट्रॉन्ग किरदार अब नजर नहीं आता है। ऐसे में कालीन भैया और बीना भाभी के बेटे के रूप में मुन्ना की आने वाले सीजन में एंट्री देखने को मिल सकती है।
Mirzapur 3 Review : किरदारों की और मजबूत कहानी की कमी
पिछले दो सीजन के रीकेप के बाद कहानी लखनऊ के एक विद्युत शवदाह गृह पर आ टिकती हैं। जहां अंतिम अग्नि के एकदम निकट लेटे हैं प्रिंस ऑफ मिर्जापुर यानी मुन्ना भैया।
अगले कुछ पलों में मुन्ना भैया को अग्नि के हवाले कर कहानी ट्रैक पर दौड़ने लगती है। इस बार कहानी कई फ्रंट पर खुलती है। पहला फ्रंट खुलता प्रदेश की मुखिया माधुरी यादव की तरफ जो भय मुक्त प्रदेश की तरफ बढ़ रही हैं।
दूसरा सिरा गुड्डू पंडित की तरफ खुल रहा है जो पूर्वांचल की गद्दी के पशोपेश में कई विरोधियों से घिरे खड़े हैं। एक हिस्सा पड़ोसी राज्य बिहार में दद्दा और छोटे-बड़े की अबूझ पहेली में अटका पड़ा है। पूरा रिव्यू पढ़ें…
IC 814 Review : एडाप्टेशन और प्रेजेंटेशन बढ़िया, कहानी बोर नहीं करती
Netflix की IC 814 The Kandahar Hijack 1999 में हुए कंधार हाइजैक पर बेस्ड है। इसे फ्लाइट कैप्टन Devi Sharan और Srinjoy Chowdhury की किताब Flight Into Fear से एडेप्ट किया गया है।
हाईजैक वाली कहानियों की शुरुआत आमतौर पर घर से निकलते, अपने परिवार को बाय बोलते फ्लाइट पैसेंजर्स से होती है। ये कहानी को बिल्ड करने और ऑडियंस को इमोशनली अटैच करने के लिए काफी होती है। पूरा रिव्यू पढ़ें…