Yodha Movie Hindi Review : 2021 के लास्ट क्वार्टर में फिल्म Yodha अनाउंस हुई। फिर पता चला फिल्म सीधे ओटीटी पर आएगी। इसके बाद आधा दर्जन पोस्टपोन के बाद, आखिरकार फिल्म इस हफ्ते थियेटर में रिलीज हो ही गई।
Yodha Movie Hindi Review
सिद्धार्थ मल्होत्रा की Yodha ऑल इन ऑल मसाला फिल्म है। जिसमें मार धाड़ वाला एक्शन और देशभक्ति फ्लेवर भी है।
फिल्म के लीड कैरेक्टर में अरुण कटियाल यानी सिद्धार्थ मल्होत्रा हैं। जो आर्मी की एक स्पेशल टास्क फोर्स Yodha का हिस्सा है। बेसिकली ये टीम वो काम करती है जो कोई और टीम कर ही नहीं सकती। अरुण के पिता ने इस टास्क फोर्स को बिल्ड किया था, ऐसे में उसके लिए यह पर्सनल अटैचमेंट भी है।
Yodha Movie Hindi Review
कहानी ये रही…
कहानी 2001 के एक प्लेन हाईजैक से शुरू होती है। इस हाईजैक से निपटने की जिम्मेदारी दी जाती है टीम Yodha को। लोगों को बचाते बचाते अपना रिस्की हीरो प्रोटोकॉल तोड़ देता है और इसी बीच कुछ साइंटिस्टों की जान चली जाती है। जिसका रिजल्ट होता है कि टीम Yodha डिसमिस कर दी जाती है।
अब कहानी कुछ सालों बाद फिर एक और हाईजैक पर आकर टिकती है। अरुण इसका भी हिस्सा है लेकिन इस बार वो उसकी साइड भी दूसरी है और रोल भी दूसरा है। कहानी में आगे क्या होगा क्या हीरो ने ही बदला लेने के लिए प्लेन को हाइजैक किया है, ये तो Yodha थियेटर में दिखा रही है।
You May Also Like – Laapataa Ladies Hindi Review : लेडीज नहीं उनके खोए हुए वजूद को खोजती फिल्म
Yodha Movie Hindi Review
एक और यूनिफॉर्म
जेंटलमेन, अय्यारी, मिशन मजनू, शेरशाह, इंडियन पुलिस फोर्स इन सब फिल्मों में सिद्धार्थ अलग अलग ढंग से आर्मी, स्पाई, पुलिस ऑफिसर का किरदार निभा चुके हैं। Yodha में उनको देखकर लगता है कि इस रोल के लिए उन्हें अलग से ट्रेनिंग की जरूरत नहीं पड़ी होगी। शायद इसे ही किरदारों का स्टीरियोटाइप कहा जाता है।
खैर फिल्म पर लौटते हैं, फिल्म का पहला हाफ बढ़िया है। इंट्रो के बाद कहानी सीधे मेन पॉइंट पर आती है। एक बाद एक आने वाले सीक्वेंस दर्शक को बांधने का काम करते हैं। 15-20 मिनट का अच्छा इंटरवल ब्लॉक पहले हाफ को ठीक ढंग से खत्म करने में भी मदद करता है। पहले हाफ की तुलना में दूसरा हाफ कमजोर है।
Yodha Movie Hindi Review
ये कहीं तो देखा है..
दूसरे हाफ में कहानी को फिर बिल्डअप की जरूरत पड़ती है। इसके बाद लगातार आते हैं ट्विस्ट एंड टर्न्स। जिनमें से कुछ लैंड करते हैं और कुछ नहीं करते। इसके बाद दो चार ताली पीटने वाले सीन आते हैं और फिर कहानी प्रिडिक्टेबल क्लाइमेक्स के साथ खत्म हो जाती है।
फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी है रिपिटेशन। एक हीरो ताकतवर है, कमजोर पड़ेगा, फिर उठेगा, बदला लेगा, ये हम कई बार देख चुके हैं। स्पेशल टास्क फोर्स का आइडिया भी चुराया हुआ लगता है। इसके बाद रही सही कसर इंडिया-पाकिस्तान वाला एंगल पूरी कर देता है। आखिर फिल्मों में चल रही कश्मीर वाली लड़ाई कब खत्म इसका जवाब तो Yodha में लॉजिक ढूंढने से भी कठिन है।
Yodha Movie Hindi Review
सिद्धार्थ आनंद जैसा कुछ
Yodha को Sagar Aamre और Pushkar Ojha ने डायरेक्ट किया है। सागर इससे पहले पठान और उरी जैसी फिल्मों में बतौर राइटर काम कर चुके हैं। वहीं पुष्कर ने वॉर और पठान में सिद्धार्थ आनंद को असिस्ट किया है। फिल्म देखकर लगता है कि दोनों ने सिद्धार्थ आनंद से मास एंटरटेनर बनाना सीख तो लिया है लेकिन उसकी अभी काफी प्रैक्टिस बाकी है।
Sagar Ambre ने डायेरक्शन के अलावा फिल्म का स्क्रीनप्ले और डायलॉग भी लिखे हैं। स्क्रीनप्ले पर हम बात कर चुके हैं। फिल्म के डायलॉग सीटी मार पब्लिक लायक के हिसाब से भी थोड़े कमजोर हैं। फिल्म का एक्शन अच्छा है खासतौर पर हाथापाई वाले सीन्स। म्यूजिक और अच्छा किया जा सकता था।
Yodha Movie Hindi Review
सिद्धार्थ ही हैं जो हैं
Yodha का सबसे बड़ा पॉजिटिव सिद्धार्थ मल्होत्रा की एक्टिंग है। उन्होंने बढ़िया किरदार निभाया है। फिल्म के अप एंड डाउन के बीच उन्होंने पूरी कोशिश की है कि डूबती नैया को बचाया जाए। ये मेकर्स की कमजोरी है कि कैरेक्टर इतना बड़ा बना दिया कि ऑडियंस देशभक्ति वाले सेंटीमेंट को पकड़ ही नहीं पाती।
राशि खन्ना और दिशा का किरदार सिद्धार्थ के अराउंड ही चलता है। ऐसे में दोनों को अपनी जगह बनाने का मौका नहीं मिलता। राशी खन्ना को लव स्टोरी एंगल में ना उलझा और अच्छा प्रयोग किया जा सकता था। सनी हिंदूजा ने अपना काम ठीक से किया है हालांकि किरदार की Cliche है उनका।
Yodha Movie Hindi Review
कुल मिलाकर अगर डॉक्टर ने पर्चे में लिखकर नहीं दिया है कि इस हफ्ते मूवी देखने जाओ तो रुक सकते हैं बाकी फिर ओटीटी और जेब में से चयन आपका है।