Kudumbasthan Hindi Review : डायरेक्टर Rajeshwar Kalisamy की फिल्म आई है Kudumbasthan.
फिल्म में Manikandan, Guru Somasundaram और Saanve Megghana लीड रोल में हैं। Kudumbasthan एक फैमिली ड्रामा है, जो हल्की-फुल्की कॉमेडी के साथ आगे बढ़ता है।
Kudumbasthan Hindi Review : फैमिली है लेकिन इमोशनल ड्रामा नहीं
कहानी नवीन (मणिकंदन) से शुरू होती है जो वेंनिला (सानवे मेघना) रजिस्ट्रार ऑफिस में शादी करते हैं। अनुमति के बिना शादी से परिवार नाराज है। थोड़े समय बाद नवीन और वेंनिला उसके माता-पिता के साथ रहने लगते हैं। वेंनिला, जो एक आईएएस एस्पेरेंट है, शांत स्वभाव की और समझदार पत्नी है। वह अपने पति का समर्थन करती है और अपनी सास के तानों को नज़रअंदाज करती है।
नवीन, जो एक प्यारा पति है, अपनी जिंदगी खुशहाल तरीके से जी रहा होता है। लेकिन उसकी जल्दबाज़ी के कारण उसे नौकरी से निकाल दिया जाता है, जिससे वह फाइनेंशियल प्रॉब्लम में फंस जाता है।
इसके बाद वह साहूकारों से पैसे उधार लेता है। उस पर 3 लाख रुपये का कर्ज हो जाता है, जिससे उसके माता-पिता और भी नाखुश हो जाते हैं। हालात तब और खराब हो जाते हैं, जब उसका साला राजेंद्रन (Guru Somsundram) उसे नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ता। फिल्म की कहानी नवीन की इन संघर्षों से पार पाने और खुद को फिर से खोजने के बारे में है।
Kudumbasthan Hindi Review : सेटिस्फाई करने वाला सिनेमा
फिल्म खत्म होने के बाद जब आप थिएटर से मुस्कान के साथ बाहर निकलते हैं, तो यह संतोष और शांति का एहसास कराती है।
निर्देशक राजेश्वर कलिसामी की कुडुंबस्थान यही काम बखूबी करती है। यह फिल्म हमारी रोजमर्रा की समस्याओं को दिखाने के साथ-साथ आपको हंसाती भी है।
फिल्म की सबसे बड़ी ताकत इसका कॉमेडी पक्ष है। चाहे नवीन की बेरोजगारी छुपाने की कोशिश हो, या उसके नशे में धुत दोस्त उसे एक के बाद एक फेल आइडिया दे रहे हों, कई ऐसे दृश्य हैं जो एक कामकाजी आदमी की समस्याओं को उजागर करते हैं।
Kudumbasthan Hindi Review : फिल्म अपनी सी लगती है
उसके हमेशा कुछ न कुछ मांगने वाले माता-पिता और आईएएस की तैयारी कर रही गर्भवती पत्नी उसकी प्रमुख चिंताएं हैं। लेकिन जिस तरह नवीन इनसे निपटता है और थोड़ी देर की खुशी महसूस करता है, उससे पहले कि वह एक नई समस्या में उलझ जाए, उसे और भी वास्तविक बनाता है।
मणिकंदन का अभिनय शानदार कहना कम होगा। जब वह अपने साले राजेंद्रन से बदला लेता है, तो उसमें बचपना झलकता है। जब वह अपनी पत्नी से प्यार करता है, तो वह एक आदर्श प्रेमी और पति लगता है। वहीं, जब वह दबाव में टूटता है, तो एक आवेगी और परेशान व्यक्ति के रूप में दिखाई देता है।
Kudumbasthan Hindi Review : बढ़िया एक्टिंग वाली फिल्म
ह मणिकंदन के फिल्मी करियर में एक और दमदार और रियल कैरेक्टर है। उनके साथ गुरु सोमसुंदरम ने अपने विचित्र अंदाज से फिल्म को और दिलचस्प बना दिया है।
सानवे मेघना ने वेंनिला के किरदार को खूबसूरती से निभाया है। उनकी अदाकारी सराहनीय है। आर सुंदरराजन, कुदस्सनाड कनकम और निवेथिता राजप्पन ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। फिल्म में पारिवारिक समस्याओं को भी उजागर किया गया है।
चाहे वह एक व्यक्ति पर सारा आर्थिक बोझ डालने की बात हो या एक असुखद शादी में टिके रहने की मजबूरी, फिल्म इन मुद्दों को दिखाती है। हालांकि, यह कभी-कभी पारंपरिक सोच का शिकार हो जाती है। जब फिल्म एक गंभीर मोड़ लेती है, तो यह थोड़ी लड़खड़ा जाती है, लेकिन जल्द ही अपनी सहज कॉमेडी से इसे संभाल लेती है।
Hisab Barabar Hindi Review : अच्छा और रिलेवेंट मुद्दा है, लेकिन फिल्म का ट्रीटमेंट काफी कमजोर है
Hisab Barabar में नील नितिन मुकेश एक रंग-बिरंगे कपड़े पहने, अजीबोगरीब राजनेता मिक्की मेहता का किरदार निभाते हैं।आर. माधवन ने राधे मोहन शर्मा की भूमिका निभाई है, जो चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहता था लेकिन टिकट कलेक्टर बन गए हैं। वह अपने उसूलों पर चलता है और कभी भी जुर्माना वसूलने के काम में चूक नहीं करता।
राधे मोहन रेलवे स्टेशन पर एक अस्थायी क्लासरूम में छात्रों को पढ़ाते हैं। उनकी पूरी शख्सियत बैलेंस शीट के हिसाब-किताब पर टिकी है। जब तक LHS=RHS न हो जाए, वह चैन से नहीं बैठते। एक सिंगल फादर के तौर पर उनका जीवन बस नंबरों को क्रॉस-वेरिफाई करने के इर्द-गिर्द घूमता है। ऐसे में, जब उन्हें बैंक में ₹27.50 की गड़बड़ी नजर आती है, तो वह वहां पहुंच जाते हैं।
हैरानी की बात यह है कि इस दौरान उन्हें मिक्की मेहता से जुड़े एक बड़े बैंक घोटाले का पता चलता है। इसके बाद कहानी किस दिशा में जाती है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। कीर्ति कुल्हारी ने इंस्पेक्टर पूनम जोशी की भूमिका निभाई है, जो इस मामले की जांच करती हैं। पूरा रिव्यू पढ़ें…
Sweet Dreams Hindi Review : सपने और हकीकत के सफर को दिखाने की कोशिश, लेकिन प्रेजेंटेशन कमजोर
कहानी के केंद्र में केनी (Amol Parashar) और दिया (Mithila Palkar) हैं। केनी जो एक कूल इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर और बिजनेसमैन है, जिसके 100 k फॉलोअर्स हैं। दूसरी ओर है दिया, एक उलझी हुई लड़की, जिसे “कन्फ्यूज्ड” कहे जाने से सख्त नफरत है।
दिया एक कंपनी में काम करती है, गाने का शौक रखती है, और अपने पहले क्लब गिग की तैयारी कर रही है। दोनों की अलग-अलग दुनिया को जोड़ने काम करते हैं सपने।
केनी के सपने अक्सर दिया आती है और दिया के सपने में अक्सर केनी। जबकि दोनों एक दूसरे से कभी मिले भी नहीं है। जो सपनों में एक-दूसरे से मिलते हैं और धीरे-धीरे अपने सपनों और वास्तविकता के बीच की खाई को पाटने की कोशिश करते हैं। पूरा रिव्यू पढ़ें…