Gutar Gu 2 Hindi Review : अप्रैल 2023 में एक यंग एज लव स्टोरी आई थी Gutar Gu.जो एक बड़े शहर की मॉर्डन लड़की और छोटे शहर के शर्मीले लड़के की प्रेम कहानी बताती है।
सीरीज को Gen Z टाइप लोगों ने काफी पसंद किया था। अब Gutar Gu का दूसरा सीजन आया है।
Gutar Gu 2 Hindi Review : मिशन अहमदाबाद
दूसरे सीजन की कहानी पिछले हिस्से के बाद शुरू होती है। रितु अहमदाबाद के कॉलेज में पढ़ाई के लिए जाने वाली है। वहीं अनुज के हिस्से भोपाल आया है।
पहला एपिसोड अनुज की अहमदाबाद जाने की जुगत को दिखाता है। लेकिन जुगाड़ नहीं लगती और बात म्यूचुअल ब्रेकअप के साथ खत्म होती है।
रितु अहमदाबाद चली जाती है, यहां अनुज अहमदाबाद में होने वाले एक प्ले में पार्ट ले लेता है। प्ले के सहारे कहानी एक साइड लव स्टोरी को जन्म देती है।
Gutar Gu 2 Hindi Review : लॉन्ग डिस्टेंस पर डेन्ट
जो लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप पर डेन्ट लगाने का काम करती है। कुछ देर कहानी कन्फ्यूजन और मिस अंडर स्टैडिंग वाले प्लॉट पर दौड़ती है।
कुछ हिस्सों में कहानी सेक्सुअल प्रेफरेंसेज पर भी बात करती है। आखिर लव बर्ड्स कब मिलेंगे? लॉन्ग डिस्टेंस का अगला स्टेज क्या होगा? ये कहानी का ट्विस्ट है।
Gutar Gu 2 Hindi Review : देखा-देखा सा लगता है
Gutar Gu का दूसरा सीजन पहले प्यार के नॉस्टेल्जिया को बरकरार रखता है। प्यार में मासूमियत भी अभी बाकी है। खासतौर पर अनुज वाले हिस्से में।
लेकिन फिल्म की कहानी बड़ी प्रिडिक्टेबल सी है। खास तौर पर लॉन्ग डिस्टेंस वाला एंगल। लॉन्ग डिस्टेंस में होने वाले झगड़े, गलतफहमियां, दोस्तों की अनचाही सलाह, तीसरे पर्सन की एंट्री ये सब जमे-जमाए एलिमेंट्स हैं, जो हर लॉन्ग डिस्टेंस स्टोरी में देखने को मिलती हैं।
लेकिन सीरीज की अच्छी बात ये है कि वो अपने इनोसेंस वाले पार्ट को कभी नहीं छोड़ती है। लव स्टोरी में आने वाली बाधाओं को डील करने के लिए मेलोड्रामा को नहीं घसीटा जाता, जो सही लगता है।
Gutar Gu 2 Hindi Review : स्क्रिप्ट में गहराई की कमी
स्क्रिप्ट में गहराई की कमी है लेकिन लीड कपल ने अपना काम बढ़िया ढंग से किया है। अश्लेषा और विशेष ने अपने किरदारों को मजबूती के साथ स्क्रीन पर उतारा है। उनके बीच की केमिस्ट्री भी ज्यादा फैंसी नहीं लगती है, सहज है, रिलेटेबल है।
हालांकि कहानी में कुछ एलिमेंट्स ऐसे भी डाले गए हैं जो किरदारों की एज के लिहाज से उन्हें शूट नहीं करते हैं। लेकिन जैसे मास एंटरटेनर को फिजिक्स की भूल माफ होती है, वैसे ही यंग एज लव स्टोरी को रियल लाइफ से कनेक्शन की छूट दी जा सकती है।
Gutar Gu 2 Hindi Review : कुछ कम – कुछ ज्यादा
डायरेक्टर साकिब पंडोर ने शो में नयापन लाने की पूरी कोशिश की है। इसके लिए ब्रेकअप पार्टी जैसे प्रयोगों को देखा जा सकता है। पांच एपिसोड की सीरीज में कोई ओवर द टॉप टाइप मोमेंट नहीं है। लेकिन फील गुड जैसी कई चीजें हैं।
एक जेनरेशन के लिए सीरीज बहुत अच्छी भी हो सकती है, लेकिन कुछ समझ जोड़ने के लिए फिल्म देखना चाहते हो तो फिर आपके लिए ओटीटी पर कई चीजें हैं।
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फिल्म की कहानी शरण्या यानी दुशरा विजयन से शुरू होती है। जो कन्याकुमारी में एक स्कूल टीचर है। स्कूल के आस-पास ही एक ड्रग रैकेट चल रहा होता है। शरण्या को इसका पता लगता है, और वो पर्दाफाश कर देती है।
केस एसपी अथियन यानी रजनीकांत को दिया जाता है, जो एनकाउंटर स्पेशलिस्ट है। इस केस का न्याय भी एनकाउंटर से होता है। इसके बाद शरण्या चेन्नई आ जाती है। जहां उसकी रेप के बाद हत्या कर दी जाती है।
एक युवा पुलिस ऑफिसर को सस्पेक्ट बनता है लेकिन वो कस्टडी से भाग जाता है। इसके बाद रिटायर्ड हो चुके अथियन को बुलाया जाता है। न्याय फिर वही एनकाउंटर होता है। लेकिन इस बार ह्यूमन राइट वाले जज यानी अमिताभ बच्चन की एंट्री होती है। पूरा रिव्यू पढ़ें…
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पहला एपिसोड है स्वागतम, जो स्किज़ोफ्रेनिया की बात करता है। यह एक ऐसा मानसिक विकार है जो लोगों की सोचने की एबिलिटी को इफेक्ट करता है। इसे सुकृति त्यागी ने लिखा और निर्देशित किया है।
सीरीज में श्रेयस तलपड़े एक ऐसे व्यक्ति की भूमिका निभाते हैं जो मानता है कि दुनिया ने उसके खिलाफ साजिश रची है। इसके चलते वह अपनी पत्नी से भी तालमेल नहीं बैठा पाता।
इसके बाद एक दोस्त की एंट्री होती जो उसकी मदद करता है। श्रेयस तलपड़े ने स्किज़ोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति के रूप में शानदार अभिनय किया है। सीरीज हमें मानसिक द्वंद को फील करने का माहौल देती है। पूरा रिव्यू पढ़ें…