Freedom At Midnight Real Story : Freedom At Midnight 15 नवंबर से Sony LIV पर स्ट्रीम होगी। सीरीज मे भारत की आजादी से जुड़े किस्सों को दिखाया जाने वाला है।
ये वेब सीरीज महज एक कहानी नहीं बल्कि भारत की आजादी की सच्ची घटनाओं पर आधारित है। Nikhil Advani ने इस सीरीज को Dominique Lapierre और Larry Collins की किताब Freedom At Midnight से अडैप्ट किया है।
Freedom At Midnight Real Story : फ्रेंच और अमेरिकन की किताब
Dominique Lapierre एक फ्रेंच लेखक थे। वहीं Larry Collins एक अमेरिकी लेखक थे। भारत की आजादी और बंटवारा इनके दौर की घटना थी। इस किताब में इन दोनों रिसर्च वर्क के साथ उस दौर के कई व्यक्तियों के इंटरव्यूज को भी शामिल किया है।
Freedom At Midnight के ट्रेलर को देखकर कर पता चलता है कि सीरीज पूरी किताब पर नहीं बल्कि भारत की आजादी और बंटवारे वाले चैप्टर पर ही बेस्ड इस आर्टिकल में जानेंगे, वे और कौन सी बातें है जो किताब में शामिल हैं।
Freedom At Midnight Real Story : गांधी से लेकर विभाजन तक
किरदारों की कहानी : किताब Freedom At Midnight में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, मुहम्मद अली जिन्ना जैसे प्रमुख नेताओं के साथ-साथ आम लोगों के जीवन को भी दिखाया गया है।
गांधी जी की हत्या: किताब में गांधी की हत्या को बहुत विस्तार से बताया गया है। गांधी की हत्या के बाद देश में फैले शोक और गुस्से को लेखकों ने इमोशनली एड्रेस किया है। हालांकि इसमें हत्या के कारणों और हत्यारे को लेकर ज्यादा बात नहीं की गई है।
विभाजन की त्रासदी: किताब में विभाजन के दौरान हुए अत्याचारों और हिंसा को बहुत ही भयानक रूप से दिखाया गया है। लाखों लोगों को अपने घर-बार छोड़कर पलायन करना पड़ा था और इस दौरान हुए नरसंहारों को भी किताब में जगह मिली है।
Freedom At Midnight Real Story : पर्दे के पीछे क्या चल रहा था
नेहरू और जिन्ना की भूमिका: किताब में नेहरू और जिन्ना की भूमिका को बहुत ही गहराई से दिखाया गया है। दोनों नेताओं के बीच हुए मतभेदों और विभाजन के समय उनके द्वारा उठाए गए कदमों को डिटेल से बताया गया है।
आम लोगों की कहानियां: किताब में आम लोगों की कहानियां भी शामिल हैं, जो विभाजन के दौरान हुए दर्द और पीड़ा को बयां करती हैं। इन कहानियों के माध्यम से लेखक ने विभाजन के मानवीय पहलू को उजागर किया है।
अंग्रेजों का एंगल : आजादी के वक्त अंग्रेज क्या सोच रहे थे। भारत को टुकड़ों में बांटने और जिन्ना और पाकिस्तान देने के पीछे उनका क्या उद्देश्य था। इस दौरान दोनों तरफ के नेता या जिम्मेदार क्या कर रहे थे।
Freedom At Midnight Real Story : चिराग वोरा गांधी, सिद्धांत बनेंगे नेहरू
सीरीज में Sidhant Gupta को Jawaharlal Nehru के रोल के लिए कास्ट किया गया था। इससे पहले में Jubilee वेब सीरीज में शानदार काम करते नजर आए थे। Chirag Vohra ने Mahatma Gandhi के किरदार को स्क्रीन पर उतारा है उनका लुक काफी सॉलिड नजर आ रहा है।
इसके अलावा Rajendra Chawla ने Sardar Vallabhbhai Patel, Arif Zakaria ने Muhammad Ali Jinnah, Ira Dubey ने Fatima Jinnah, Malishka Mendonsa ने Sarojini Naidu, Rajesh Kumar ने Liaquat Ali Khan, K.C. Shankar ने V.P. Menon और Ahalya Shetty ने Indira Gandhi का किरदार निभाया है।
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