Doctors Hindi Review : Grey’s Anatomy एक पॉपुलर अमेरिकी सीरीज है, जो डॉक्टर और मेडिकल प्रोफेशनल्स की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर बेस्ड है।
सीरीज के पॉपुलैरिटी अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि इसके अब तक 21 सीजन आ चुके हैं। अब जियो सिनेमा पर लगभग इसी की नकल करता शो आया है Doctors.
Doctors Hindi Review : डॉक्टर-डॉक्टर वाली कहानी
कहानी डॉ. नितिया वसु (Harleen Sethi) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एलिजाबेथ ब्लैकवेल मेडिकल सेंटर (EMC)में नई रेजिडेंट हैं, और जो अपने पूर्व कोच, न्यूरोसर्जन डॉ. ईशान आहूजा (Sharad Kelkar) से मतभेद रखती है।
नितिया ईशान को अपने डॉक्टर भाई धवल (Aamir Ali)का करियर खराब करने का दोषी मानती है। अस्पताल की चुनौतियों का सामना करते हुए, नितिया की दोनों के रिश्तों में बदलाव देखने को मिलता है।
Doctors Hindi Review : किरदारों पर मेहनत की है
डायरेक्टर Sahir Raza, राइटर Shibani Keshkamat, Radhika Anand, Bharat Misra और Siddharth P. Malhotra की 10 एपिसोड की इस सीरीज़ ड्रामा भरपूर है। सीरीज किरदारों की डेवलपमेंट में भी अच्छा खासा समय गुजारती है। मेडिकल बैकग्राउंड को उकेरते हुए कहानी बढ़िया ढंग से किरदारों की पर्सनल लाइफ के स्ट्रगल को भी दिखाती है।
Doctors ओरिजनल फिल्म से भी कई सारे प्लॉट्स को उठाता है। इसमें रोमांटिक एंगल्स को आसानी से पहचाना जा सकता है। नितिया और ईशान की केमिस्ट्री भी इसी से मेल खाती नजर आती है। इसी तरह, डॉ. कीयूरी और डॉ. अभिजीत गुप्ता के किरदार भी मूल सीरीज की याद दिलाते हैं।
Doctors Hindi Review : एक्टिंग परफॉर्मेंस मजबूत है
एक्टिंग के मामले में, शरद केलकर अपने ईशान के किरदार को मजबूती से पेश करते हैं, जो ऑडियंस से इमोशनल कनेक्ट भी बनाता है। हरलीन सेठी नितिया के रोल में ठीक काम करती हैं। लेकिन शरद केलकर के साथ में कभी-कभी पीछे छूट जाती हैं। इसके अलावा अन्य सहयोगी कास्ट का सीरीज पर मिला-जुला इफेक्ट रहा है।
Doctors Hindi Review : सिचुएशन क्रिएशन कमजोर
यह सीरीज़ मेडिकल ड्रामा और पर्सनल कहानियों के बीच बैलेंस बनाए रखती है। जो दर्शकों को जोड़कर रखती है। सीरीज का लगभग हर एपिसोड एक क्लिफहैंगर के साथ खत्म होता है। जो बिंज वॉच के लायक बनाता है।
हालांकि शो सिचुएशन और एक्टिंग के माध्यम से टेंशन क्रिएट करने में कमजोर रहा है। ज्यादातर जगह इसे संवादों की जरूरत पड़ ही जाती है। फिल्म के टेक्निकल हिस्सों में कसावट की जरूरत पड़ ही जाती है।
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यह खुलासा कहानी को पहचान, सच और याददाश्त के संकट में डुबो देता है। कहानी का प्लॉट दिलचस्प है। लेकिन शो सस्पेंस और इमोशनल कनेक्ट बनाए रखने में चूक जाता है। पूरा रिव्यू पढ़ें…
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