Kishkindha Kaandam Hindi Review : इन दिनों मलयालम भाषा की एक फिल्म Kishkindha Kaandam काफी चर्चा में है। ट्रेलर देखें
इस फिल्म का स्क्रीनप्ले, सिनेमेटोग्राफी और स्टोरीटेलिंग का मास्टर क्लास बताया जा रहा है। आइए फिल्म के अंदर झांककर देखने की कोशिश करते हैं फिल्म कैसी है।
Kishkindha Kaandam Hindi Review : फिल्म की कहानी
फिल्म मुख्य तौर पर तीन प्लॉट से जुड़कर एक कहानी बनाती है। फिल्म की कहानी एक खोई हुई बंदूक से शुरू होती है। जिसके बाद कई अजीब घटनाएं होती है। इसके बाद कहानी एक नवविवाहित जोड़े की जिंदगी को दिखाती है जो जंगल के किनारे रहते हैं। इन के घर के आस-पास बंदरों भी रहते हैं। जिससे परिवार परेशान है।
इस कपल के साथ उनका पिता भी रहता है, जिसका कनेक्शन नक्सलियों से जुड़ा हुआ है। वहीं एक तीसरी कहानी एक लापता लड़के से जुड़ी हुई है। फिल्म का मैन ट्विस्ट इन तीनों कहानियों को आपस में जोड़ता है।
Kishkindha Kaandam Hindi Review : शुरू से आखिर तक कनेक्टिंग
Kishkindha Kaandam एक साइकोलॉजिकल मिस्ट्री फिल्म है। जो ऑडियंस को पहले सीन से लेकर क्लाइमेक्स तक बांधकर रखने का काम करती है।
स्क्रीनप्ले के लिहाज से फिल्म दर्शकों को दिमाग लगाने का ज्यादा समय देती है। सबकुछ आसानी से परोसा नहीं जाता। फिल्म अपने किरदारों को कहानी के साथ ही बिल्ड करती जाती है, इसके लिए अलग से टाइम नहीं लिया गया है।
Kishkindha Kaandam Hindi Review : एक नाम कई काम
फिल्म की कहानी, स्क्रीनप्ले और डायलॉग Bahul Ramesh ने लिखे है और फिल्म के सिनेमैटोग्राफर भी वहीं हैं। उन्होंने दोनों कामों को बखूबी निभाया है। फिल्म जंगल को ड्रोन शॉट्स से खूबसूरती से फिल्माया है। इसके अलावा डरावने सीन्स और अंधेरे को भी ढंग से कैद किया गया है।
डायरेक्टर Dinjit Aithan ने राइटिंग को शानदार ढंग से पर्दे पर उतारा है। चीजों को ज़्यादा दिखाने की गुंजाइश थी, लेकिन दिनजीत ने कई सीन्स इस बढ़िया ढंग से दिखाया है जो दर्शक को फिल्म थियेटर के बाहर तक ले जाने पर मजबूर कर देते हैं।
Kishkindha Kaandam Hindi Review : म्यूजिक या मास्टर स्ट्रोक
फिल्म को म्यूजिक देने वाले Mujeeb Majeed का काम भी बढ़िया है। वे बेहतरीन माहौल बनाने का काम करते हैं। प्लेबैक के अलावा बैकग्राउंड म्यूजिक के लिए मास्टर स्ट्रोक की तरह काम करता है।
Sooraj ES की एडिटिंग शानदार है। हालाँकि पहला भाग दूसरे भाग के लिए घटनाओं को सेट करता है और थोड़ा धीमा है, लेकिन किसी भी बिंदु पर आपको स्क्रीन से अपनी आँखें हटाने की ज़रूरत महसूस नहीं होती है। बीच में कहानी थोड़ी सी ढीली पड़ती है। लेकिन क्लाइमेक्स का कसा हुआ थ्रिलर सब गुनाहों को माफ कर देता है।
Kishkindha Kaandam Hindi Review : एक्टिंग भी बढ़िया वाली
कलाकारों ने अपनी-अपनी भूमिकाओं में अपना बेस्ट दिया है। Asif Ali के करियर का ये शायद सबसे मैच्योर कैरेक्टर है। Aparna Balamurali को भी पूरा मौका मिला है और उन्होंने इस भुनाया भी है। इसके अलावा Vijay Raghavan और अन्य सपोर्टिंग कास्ट का काम भी ठीक है।
कुल मिलाकर थियेटर के बाद जब ये फिल्म ओटीटी पर आएगी तो जरूर अलग-अलग भाषा के लोगों का प्यार इस मिलने वाला है।
ये आर्टिकल्स भी पढ़ें…
Thalavan Movie Hindi Review : क्राइम के साथ पुलिस की परतें खोलता थ्रिलर
कहानी पुलिस महकमे में बेस्ड है। फिल्म पुलिस ऑफिसर जयशंकर यानी Biju Menon और कार्तिक यानी Asif Ali से शुरू होती है। जयशंकर पुराना लेकिन इगो वाला पुलिस ऑफिसर है। वहीं कार्तिक थाने में ट्रांसफर होकर आया है।
बिल्ड अप के दौरान दोनों के बीच कॉन्फ्लिक्ट देखने को मिलता है। कहानी आगे बढ़ती है और जयशंकर के घर से एक डेड बॉडी मिलती है। जिसके मर्डर के इल्जाम जयशंकर पर लग जाता है।
इस केस की जांच की जिम्मेदारी कार्तिक को सौंपी जाती है। इसके बाद फिल्म का मेन प्लॉट में आती है। मर्डर मिस्ट्री सुलझाते हुए फिल्म आपसी कलह और डिपार्टमेंटल राइवलरी को स्क्रीन पर उतारती है। पूरी खबर पढ़ें…
Sector 36 Hindi Review : सेंसेटिविटी के साथ क्रूएलिटी नजर आती है, मसाला थोड़ा सा तेज है
फिल्म की कहानी 2005 में नोएडा के निठारी गांव में एक के बाद एक गायब हुए कई बच्चों की घटना पर बेस्ड है। इस घटना के लिए आर्टिकल अलग से है पढ़ सकते हैं।
Sector 36 एक पॉश इलाके जैसी जगह है। जो पास के ही राजीव कैम्प से लगी है, जो स्लम एरिया है। राजीव कैम्प से आए दिन बच्चे गायब होते रहते हैं। पैरेंट्स पुलिस में रिपोर्ट लिखाते हैं लेकिन पुलिस वाले तरह-तरह की बातें बनाकर उन्हें टाल देते हैं। पूरा रिव्यू पढ़ें…
Kill Hindi Review : एक्शन का अंधड़, लेकिन सिर पैर वाला
एक ट्रेन है जो तड़-तड़ाती हुई आगे बढ़ रही है। अगला स्टॉप मुगलसराय है जो कुछ घंटों बाद आएगा। इस ट्रेन में दो NSG कमांडो सवार है, वीरेश और अमृत। अमृत अपनी गर्लफ्रेंड को परिवार के बीच से भगा ले जाने के लिए ट्रेन में चढ़ा है।
ट्रेन में पैसेंजर्स के अलावा कुछ 35-50 लोग और चढ़े हैं जिनके हाथों में हथियार है। इसी गैंग का सरदार अपनी खुखरी निकाल कर एक पुलिस वाले के सिर में घोंप देता है। इसके साथ शुरू होती है ट्रेन में रॉबरी और खौफ का कत्लेआम।
इस आग की लपटें जल्दी ही अमृत, उसके दोस्त, गर्लफ्रेंड तुलिका और उसके परिवार तक पहुंचती हैं। अमृत पहले तो अपने लोगों को बचाने के लिए लड़ाई करता है। पूरा रिव्यू पढ़ें…
Raayan Hindi Review : कहानी नई और इमोशनल कनेक्टिंग लेकिन क्लाइमेक्स थोड़ा फीका
व्यक्ति अपनी फैमिली के लिए कुछ भी कर सकता है। जान दे भी सकता है और किसी की जान ले भी सकता है।
क्या फैमिली को बचाने के लिए फैमिली के मेंबर की ही जान ली जा सकती है? सिनेमा की परीक्षा में ये नया सवाल है। इसका जवाब लेकरआई है एक्टर Dhanush की ओरिजनली तमिल में बनी फिल्म Raayan. फिल्म जुलाई के महीने में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। कुछ दिन पहले ओटीटी पर आई है। पूरा रिव्यू पढ़ें…